भोरक शीत
गायिका- भोरक शीत बनल अछि नोर हमर,
आबि पिया कने पीबि लिअ....
सिमसल ठोर, आँखिक कोर लगाबू,
सांसक शोर, नाक सटोने सुनाबू....
केशक लट उतारि, रस स्नेहक छिनी लिअ...
भोरक शीत बनल अछि नोर हमर,
आबि पिया कने पीबि लिअ....
गायक- शोणित संग फूटल अछि ठोर हमर,
आबि सजनी कोना पीबि लिअ...
कखन छल सांझ कखन भोर भेल,
इ धरती कखन पुलकित पोर पोर भेल,
जुनि थिक थाह समयक,
इ जिनगी मूनि आइंख जिबी लिअ...
शोणित संग फूटल अछि ठोर हमर,
आबि सजनी कोना पीबि लिअ...
गायिका- बिन बरखा के तन भिजा- भिजा,
भिजल चुनरी के हम उड़ा- उड़ा,
कहलौं मिलन के विरह हमर कीनि लिअ..
भोरक शीत बनल अछि नोर हमर,
आबि पिया कने पीबि लिअ....
गायक- शोणित संग फूटल अछि ठोर हमर,
आबि सजनी कोना पीबि लिअ...
गायिका- जेना चुम्बन लेत अछि धरती आसमां के,
गायक- जेना छू लैत अछि आइग धुंआ के,
गायक- गायिका- एक दोसर के मों में आबि घूमि लिअ..
गायिका- भोरक शीत....
गायक- शोणित संग.....
देवेश झा
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