बेटी बेचैथ बेटी के (maithili lyrics)
आन्हर पूरबा करेज सिसोह्लक,
सुईया रखने छल झोंका में,
लगा नून जख्म में, चुभोलक !
दहकैत कंठ किये लहू के प्यासल,
जरैत मुर्दा किये उठी के नाचल?
भूखल बगरा प्राण गमौता,
टपकैत मौस आई गिद्ध के,
बेटी बेचैथ बेटी के !... -२
मंदिर में देवता हाथ दूनू जोरलक,
कलियुग पईस गंगा में मुँह धोलक!
आन्हर पूरबा करेज सिसोह्लक,
सुईया रखने छल झोंका में,
लगा नून जख्म में, चुभोलक !
ओ चाँद गगन सँ उजड़ी गेल,
स्त्रिक कोखे पाप सँ भरी गेल,
पुरुष सँ पुरुष ब्याह रचौता,
कहू विधाता इ कुन बिद्ध छै!
बेटी बेचैथ बेटी के!...-२
साँप मदिरा में फन गोतलक,
मनुखक चाम सँ बजैत ढोलक,
आन्हर पूरबा करेज सिसोह्लक,
सुईया रखने छल झोंका में,
लगा नून जख्म में, चुभोलक !
नंगा नाच नचैत ऐछ रुपैया,
साड़ी नोचलक जखन अपने भैया,
बेटा पकरैत मायक झोंटा,
बौक भेल बापक कून जिद छै.
बेटी बेचैथ बेटी के!...-२
देवेश झा
All right reserved.
Copyright@ Devesh Jha
Author of Dwelling Dew (english fiction)
No comments:
Post a Comment